Bhrashtachar Par Kavita

Bhrashtachar Par Kavita

इस काव्य पोस्ट की शुरुआत Bhrashtachar Par Kavita के प्रथम छंद की कुछ पंक्तियों से करते हैं जो निम्नवत हैं. सम्पूर्ण कविता में काव्य पाठन के बहाव को ध्यान में रखते हुए एक्सप्रेसवे के स्थान पर Highway शब्द का प्रयोग किया गया है.

सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार
हुयी जब पहली ही बरसात
कि Highway टूट गया
सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार
हुयी जब पहली ही बरसात
कि Highway टूट गया … (4)

पूरी कविता पढ़ने के लिए कृपया पेज को नीचे स्क्रॉल करते जाएँ. काव्य स्टोरी का वर्णन गद्य में नीचे लिखा हुआ है.

अगर आप केवल कविता पढ़ना चाहते हैं तो स्क्रॉल कर पेज की अंतिम लाइन तक जाते हुए सम्पूर्ण ग्रीन टेक्स्ट को पढ़ें. कविता की वीडियो आप यूट्यूब पर देख सकते हैं.

Bhrashtachar Par Kavita और उसकी विषय वस्तु

हाल ही में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे का उद्घाटन हुआ. निर्माण कार्य तेज गति से चला था. इसलिए समय से पहले ही पूरा हो गया था. लेकिन नेहरू ने एक चाल चल दिया. उद्घाटन के 5 दिन बाद बारिश हो गयी. नया बनकर तैयार हुए एक्सप्रेसवे ने पहली बारिश का स्वागत किया. रोड धंस गया. घटिया निर्माण का यह पुख्ता सबूत है. और यही मेरी Bhrashtachar Par Kavita का आधार है.

बुंदेलखंड क्षेत्र का एक भाग उत्तर प्रदेश में पड़ता है. और उत्तर प्रदेश में एक ऐसी सरकार है जो इंजन से चलती है. और वह भी एक इंजन से नहीं बल्कि दो इंजिनों से. इसीलिए ऐसा कहा जाता है कि उत्तर प्रदेश में Double Engine की सरकार है. जो पहले कभी नहीं थी.

दिन 16 जुलाई शनिवार का था
जगह कैथेरी गांव जालौन का था
भाषण का मंच सजा हुआ था
Highway का उदघाटन वहां हुआ
चल दिया नेहरू ने एक चाल
चल दिया नेहरू ने एक चाल
5 दिन बाद हुयी बरसात
कि Highway टूट गया … (4)

असल में पहले की सरकारों में एक भी इंजन नहीं होता था. यह पहली सरकार है जो इंजन से चलती है. इस इंजन से चलने वाली सरकार का यह दूसरा कार्यकाल है.

डबल इंजन सरकार का वादा था
भ्रष्टाचार न होगा दावा था
ये थी रामराज्य की बात
बीच में आ गया अमृतकाल
नए भारत की नयी सरकार
नए भारत की नयी सरकार
बन रहे नए नए प्रतिमान
कि Highway टूट गया … (4)

एक्सप्रेसवे पर उद्घाटन के बाद एक इंजन की गाड़ियां दौड़ने लगीं. हालांकि डबल इंजन की सरकार ने एक्सप्रेसवे को बनवाया है. लेकिन डबल इंजन कमजोर साबित हुआ. क्योंकि उसके द्वारा बनाया हुआ रोड मौसम की पहली बारिश ही नहीं झेल पाया.

कविता का समापन छंद

भ्रष्टाचार पर कविता का अंतिम छंद इस प्रकार है:

यह ड्रीम प्रोजेक्ट प्रधान सेवक की
समय से पहले बन तैयार हुयी
आर्थिक विकास का दावा हुआ
पर निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ
मंत्री अफसर ठेकेदार
मंत्री अफसर ठेकेदार
लूटकर हो गए मालामाल
कि Highway टूट गया … (4)

सड़क निर्माण में भ्रष्टाचार
हुयी जब पहली ही बरसात
कि Highway टूट गया … (5)

एक्सप्रेसवे निर्माण में गुणवत्ता का नया कीर्तिमान

डबल इंजन की सरकार ने Corruption के प्रति Zero Tolerance अपनाया गया था. इसलिए रोड की गुडवत्ता का एक नया कीर्तिमान बन गया. और वह कीर्तिमान है उद्घाटन के 5 दिन के अंदर पहली बारिश में सड़क का धंस जाना. इस कीर्तिमान का महत्व थोड़ा और ज्यादे इस लिए हो जाता है क्योंकि एक्सप्रेसवे का शिलान्यास और उद्घाटन दोनों डबल इंजन वाली सरकार के दोनों इंजिनों ने साथ साथ किया था. मेरा मतलब एक इंजन ने शिलान्यास और उद्घाटन किया था और दूसरा वहाँ उपस्थित था.

उद्घटान के 5 दिन बाद पहली बारिश में ही Bundelkhand Expressway धंस गया. निर्माण में भ्रष्टाचार का यह पुख्ता सबूत है. मेरी Bhrashtachar Par Kavita का यही आधार है

दोनों ही इंजन यशस्वी हैं. इसलिए मिलकर दुगुनी शक्ति से एक यशस्वी कीर्तिमान बना दिया.

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