ईश्वर की खोज में

Modi Dhyan Mein Leen Huye

हमें हाल ही में मीडिया के माध्यम से ज्ञात हुआ था कि मोदी जी ध्यान में लीन (Modi Dhyan Mein Leen) हो गए थे. केदारनाथ धाम की ध्यान गुफा में ध्यान मग्न देखकर कुछ लोग हैरान हुए होंगे.

भक्त ध्यान मग्न होकर भगवान् से क्या मांगता है? इसका उत्तर ग्रीन कलर में लिखे काव्य टेक्स्ट में है.

एक राजनीतिक व्यक्ति हमेशा चुनाव की तैयारी में रहता है. ऐसा व्यक्ति चुनाव जीतकर जब सत्तासीन हो जाता है, तब भी आदतन वह चुनाव की ही बात सोचता है. फिर वह आँख मूंदकर भगवान् का ध्यान करता है तो भगवान् से अगला चुनाव जीतने का ही आशीर्वाद मांगता है.

Dhyan Mein Leen होकर भक्त ने भगवान से क्या मांग?

पूजा अर्चना करके भक्त अपने आराध्य से क्या मांगता है? आप उसकी Strongest Desire यानि सर्वाधिक मजबूत इच्छा को समझने के लिए अगली काव्य पंक्तियों को पढ़िए.

प्रस्तुत हैं कविता की पंक्तियाँ भक्त की ईश्वर वंदना पर.

ऐसी शक्ति मुझे दो विधाता
सदा सत्ता पर काबिज रहूं मैं
ऐसी शक्ति मुझे दो विधाता
सदा सत्ता पर काबिज रहूं मैं
मैं चलूँ सदा रास्ते पर ऐसे
वोट झोली में अपनी भरूँ मैं

ऐसी शक्ति मुझे दो विधाता
सदा सत्ता पर काबिज रहूं मैं

Figure 1: Modi Dhyan Mein Leen हुए
Figure 1: Modi Dhyan Mein Leen हुए

मैं चलूँ सदा रास्ते पर ऐसे
वोट झोली में अपनी भरूँ मैं

ऐसी शक्ति मुझे दो विधाता
सदा सत्ता पर काबिज रहूं मैं

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दौलत की मुझे कभी न कमी हो
संग मेरे सदा अडानी हो

सत्ता दौलत का रिश्ता अमर हो
मेरे प्रतिरोध का न कोई स्वर हो
हो मुकाबला विरोधी दलों से
उन्हें मिटाने का मुझे हौसला दो

मैं करूँ चाहे कोई भी हरकत
विरोधी दल की सरकार गिराऊँ मैं

ऐसी शक्ति मुझे दो विधाता
सदा सत्ता पर काबिज रहूं मैं

चुनाव जीतने के बाद अगले चुनाव में जीत के लिए Modi Dhyan Mein Leen हुए

मोदी का सर्वप्रमुख काम होता है चुनाव प्रचार. देश की लोकसभा का चुनाव हो या प्रदेशों की विधान सभाओं का या और कोई चुनाव.

प्रचार में कड़ी मेहनत करके वह उसको परिणाम तक पहुंचाते हैं.

प्रदेश या देश में सत्ता में लौटने के बाद वह तुरंत अगले चुनाव की तैयारी में लग जाते हैं.

सत्ता का सञ्चालन और शायद जनहित के कार्य उनकी प्राथमिकता से बाहर हो जाते हैं. प्राथमिकता होती है अगला चुनाव जीतने की.

जो भी दायित्व हो मेरे पद का
न हो उलझन दायित्व निभाने की

सदा रहूं इलेक्शन की तैयारी में
झूठी बात करूँ सबके अच्छे दिन की
मुझे दो जन को लुभाने की शक्ती
दया दृष्टि मुझ पर रखना तू अपनी

जन हो पागल पुकारे मोदी मोदी
दिल पर सदा उसके शासन करूँ मैं

ऐसी शक्ति मुझे दो विधाता
सदा सत्ता पर काबिज रहूं मैं

यह कविता बॉलीवुड की हिंदी मूवी अंकुश की निम्नलिखित गीत की धुन पर लिखी गयी है.

इतनी शक्ति हमें देना दाता
मनका विश्वास कमजोर हो ना

आप ने कविता पढ़ा इसके लिए धन्यवाद. अपनी प्रतिक्रिया जरूर लिखिए.

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