Modi's Intentions Behind Candle Lighting

Modi’s Intentions Behind Candle Lighting | दीपोत्सव के उद्देश्य

What were Modi’s intentions behind candle lighting and Tali Thali that followed Lockdown and the Janata curfew?

यह बात देश की जनता को स्पष्ट रूप से मालूम थी कि सरकार द्वारा तालाबंदी और जनता कर्फ्यू की घोषणा का उद्देश्य सोशल डिस्टन्सिंग (Social Distancing) लागू करना था.

साथ ही जनता यह अपेक्षा कर रही थी कि सरकार इस दौरान PPE, Test Kits और वेन्टीलेटर्स की व्यवस्था करेगी. लेकिन ऐसा करने में मोदी सरकार विफल थी. और इसी विफलता को छिपाने के लिए मोदी जी ने कैंडल लाइटिंग ताली थाली इवेंट किया.

Modi's Intentions Behind Candle Lighting: 1. जनता को व्यस्त रखना 2. PPE Kits की व्यवस्था करने में असफलता से लोगों का ध्यान हटाना
Modi’s Intentions Behind Candle Lighting: 1. जनता को व्यस्त रखना 2. PPE Kits की व्यवस्था करने में असफलता से लोगों का ध्यान हटाना

Modi’s Intentions Behind Candle Lighting | कैंडल लाइटिंग के पीछे छिपे इरादे

नीचे दी हुयी वीडियो का टेक्स्ट नीचे के पैराग्राफ्स में दिया हुआ है. अपनी सुविधानुसार आप वीडियो देखें या टेक्स्ट पढ़ें.

Modi’s Intentions Behind Candle Lighting And Tali Thali

मनोरंजन और हर्षोल्लास का मौका मिला अंध समर्थकों को. मोदी जी ने अपने अंध समर्थक अंध भक्तों को एक जुट रखने के लिए ताली थाली और मोमबत्ती, दीया इवेंट का आयोजन किया.

दोस्तों, नमस्कार . आज मैं बात करूँगा मोदी जी के जनता कर्फ्यू और लाकडाउन की एक्सेसरीज के बारे में. तो ये एक्सेसरीज क्या हैं और मोदी जी को इनकी जरूरत क्यों पड़ी जनता कर्फ्यू और लाकडाउन की घोषणा के साथ या घोषणा के बाद?

आप को मालूम है कि ज्वेलरी, कोस्मेटिक्स और वाचेस इत्यादि आदमी और औरतों की एक्सेसरीज हैं. ये ड्रेस्सिंग्स और फैशन के कुछ एक्स्ट्रास हैं. यूजर का ओवरआल लुक और कम्फर्ट बढ़ाने में इनका योगदान होता है.

लेकिन जिन एक्सेसरीज की बात मैं करने जा रहा हूँ वे हैं ताली थाली बजाना और मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट की रौशनी करना. ये जनता कर्फ्यू और लाकडाउन पर मोदी जी के भाषण की एक्सेसरीज हैं. मोदी जी का इन दो विषयों पर भाषण कोरोनावायरस पान्डेमिक को कण्ट्रोल करने के बारे में था. तो आइये पता लगाते हैं कि इन एक्सेसरीज ने कोरोना कण्ट्रोल में क्या योगदान दिया.

क्या मोदी जी के जनता कर्फ्यू और लाकडाउन की एक्सेसरीज ने कोरोना वायरस की महामारी को रोकने में कुछ योगदान दिया?मोदी जी ने जनता कर्फ्यू और लाकडाउन में इन एक्सेसरीज को क्यों जोड़ा?

Intentions Behind Candle Lighting: किसको क्या मिला?

इससे किसको क्या हासिल हुआ? कोरोना संक्रमित रोगियों, आम जनता और देश में से किसको क्या मिला ताली थाली बजाने से? क्या मिला मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट की रौशनी करने से?

जनता कर्फ्यू और लाकडाउन दोनों से सोशल डिस्टैन्सिंग का उद्देश्य पूरा हो जाता है. सोशल डिस्टैन्सिंग को दुनिया के दूसरे देशों ने भी लागू किया. मोदी जी ने इसको लागू करके एक अच्छा काम किया और वही किया जो उन्हें करना चाहिए था. लेकिन भारत के अलावा किसी और देश ने सोशल डिस्टैन्सिंग में कोई एक्सेसरी नहीं जोड़ा. तो मोदी जी ने ताली, थाली और मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट सोशल डिस्टैन्सिंग में क्यों जोड़ा?

अब थोड़ा विचार करते हैं कि जनता कर्फ्यू और लालडाउन के दौरान मोदी जी को क्या काम करने थे? कहीं ऐसा तो नहीं कि जो उन्हें करना चाहिए था वह करने में वो नाकाम होने वाले थे और उसी नाकामी को छिपाने के लिए एक्सेसरीज जोड़ दिया ताकि लोग इवेंट मनाने और मौज मस्ती में व्यस्त रहे और मोदी जी की नाकामी पर कुछ समय के लिए पर्दा हट जाए?

लाकडाउन के दौरान उन्हें 3 काम करने थे जो उन्होंने नहीं किया.

1. डॉक्टर्स और हेल्थ कर्मियों के लिए PPE की व्यवस्था करना

2. कोरोना वायरस के मरीजों के लिए टेस्ट किट्स और वेंटीलेटर उपलब्ध कराना और

3. आम जनता खास तौर से दिहाड़ी मजदूरों और उनके परिवारों के भोजन और घर के किराए की व्यवस्था करना

क्या मोदी जी ने अपनी असफलता से जनता का ध्यान हटाने हेतु किया कैंडल लाइटिंग कॉल?

मोदी जी को मालूम था कि ये जरूरी काम करने में वह नाकाम साबित होंगे, इसीलिए उन्होंने देश का ध्यान भटकाकर जनता को ताली थाली और दीये जलाओ में व्यस्त रखा. उनको उम्मीद थी कि जनता पूरे लाकडाउन और जनता कर्फ्यू के दौरान उनके इवेंट्स की यादों में खोई रहेगी और उनकी नाकामियों की ओर जनता का ध्यान बिलकुल नहीं जाएगा.

प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू के दौरान जनता की सेवा में लगे लोगों का आभार व्यक्त करने के लिए ताली थाली या घंटी बजाने को कहा था. इस एक्सेसरी के माध्यम से उन्होंने जनता कर्फ्यू को एक इवेंट बनाने की कोशिश किया था और वह इस में कामयाब भी रहे. मोदी जी ने कहा था “डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ, सरकारी अधिकारियों, सशस्त्र बलों और पुलिस के सदस्यों, आपदा प्रबंधन अधिकारियों और हर तरह के व्यक्ति जो दूसरों की केयर करते हैं, की सराहना करने का एक छोटा सा टोकन” होगा यह ताली, थाली और घंटी बजाना.

मोदी जी के इस ताली, थाली इवेंट ने जनता कर्फ्यू का जो मकसद था उसे नाकाम कर दिया. क्योंकि लोग ताली, थाली, घंटियाँ एवं शंख बजाने के लिए भीड़ के रूप में इकठ्ठा हुए. जश्न मनाकर लोगों ने अपना मनोरंजन किया. कोरोना वायरस से सजगता बिलकुल ही नहीं दिखाया लोगों ने. वास्तव में अज्ञानियों की भीड़ ने केवल ताली थाली का आनंद लिया. सेलिब्रेशन को लोगों ने मोदीमय बनाया. मोदी शायद यही चाहते थे. लेकिन इससे सोशल डिस्टैन्सिंग का मक़सद बिलकुल ध्वस्त हो गया. मोदी जी के ताली थाली ने जनता कर्फ्यू का उद्देश्य पूरा नहीं होने दिया. अगर उल्लास मनाने वालों की भीड़ में कोई कोरोना संक्रमित इंसान रहा होगा, तो क्या कोरोना वायरस उस से फैलेगा नहीं?

कैंडल लाइटिंग लाकडाउन की एक एक्सेसरी थी

जनता कर्फ्यू के बाद मोदी जी ने लाकडाउन घोषित किया. इस लाकडाउन में भी उन्होंने मोदी इवेंट की एक एक्सेसरी जोड़ दिया. यह एक्सेसरी थी 5 अप्रैल को देशवासियों से दीये जलाने की अपील.

मोदी जी आप के अंध समर्थकों ने आपकी कैंडल लाइट कॉल का लुत्फ़ उठाया. देश के विभिन्न शहरों में मशाल जुलूस निकले और गाजे बाजे बजे. पटाखे फूटे और डांस करते लोग सड़कों और गली मुहल्लों में नज़र आये. आपके अंध समर्थक ऐसे हर्षोल्लास मनाते नज़र आये जैसे वे कोई शादी या कोई ख़ुशी का त्यौहार मना रहे हों. कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ लाइट जलाकर जिस 130 करोड़ जनता की महाशक्ति को प्रदर्शित करने का आवाहन आप ने किया था, वह एक मनोरंजन के साधन के रूप में बदल गयी.

Lockdown Declaration Was A Failure

यह कौन सा Lockdown है जिसमें घरों के अंदर लोग लॉक हुए ही नहीं बल्कि बाहर निकल कर जश्न मनाने लगे? जिसने एक महामारी के खिलाफ महाशक्ति दिखाने के अवसर को मनोरंजन और लुत्फ़ के रूप में बदल दिया? क्या आप यही हासिल करना चाहते थे? निश्चित ही आप यह नहीं हासिल करना चाहते थे.

इस तरह आप दीये जलवाकर कोरोना के खिलाफ जनता की महाशक्ति दिखाने में असफल हुए.

बलरामपुर की जिला BJP महिला मोर्चा की प्रेजिडेंट मंजू तिवारी को हाथ में पिस्तौल पकड़े और हवा में गोलियां चलाते हुए देखा गया जबकि उनके आस-पास के लोगों को हंसते और तालियां बजाते हुए सुना गया.

बीजेपी के तेलंगाना के विधायक कोरोना वायरस के खिलाफ विरोध मार्च निकालते हैं और “चाइना वायरस गो बैक” का नारा लगाते हैं. क्या यह नारा लगाने से कोरोना वायरस वापस चला जाएगा जहां से आया है वहाँ?

राजा सिंह ने अपने समर्थकों के साथ, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मोमबत्ती, दीया, टॉर्च या मोबाइल की फ्लैशलाइट की रौशनी करने के जवाब में मशालें जलाईं.

मोदी जी के कार्य व्यवहार से जनता में क्या संदेश जाता है?

जो जितना मूर्ख बनाएगा

उतना वो मलाई खायेगा

पिछले लगभग 7 साल से मोदी जी भारत की जनता को यही सन्देश दे रहे है.

Candle Lighting And Tali Thali Worked As Accessories To Lockdown And Janata Curfew

What are these accessories and why did Mr. Modi need them while announcing Janata curfew and the lockdown or after the announcement?

You know that jewellery, cosmetics and watches etc. are accessories of men and women. These are the extras to the dressings and the fashion. They contribute to increase the overall look and comfort of the user.

But the accessories I’m going to talk about are the clapping and banging the plates and lighting candles, lamps, Torchlights or mobile flashlights. These are the accessories of Mr. Modi’s speech on Janta Curfew and Lockdown. Mr. Modi’s speech on these two subjects was about controlling the coronavirus pandemic. Then what was the contribution of these accessories to control the pandemic.

Who Benefitted From The Accessories

Did Mr. Modi’s accessories to Janta Curfew and Lockdown contribute anything to control the coronavirus epidemic?

Why did Mr. Narendra Modi add these accessories in Janata curfew and lockdown? Who did these accessories benefit – the corona infected patients, the general public or the country as a whole?

Both Janta Curfew and Lockdown serve the purpose of social distancing. Other countries of the world also implemented social distancing. Mr. Modi did a great job by implementing it and he only did what he should have done. But apart from India, no other country has added any accessory to social distancing. So why did Mr. Modi add clap, thali and candle, Diya, flashlight or mobile flashlight to social distancing?

Now let us think a little about what Mr. Modi had to do during the Janata curfew and Lockdown? Is it true that he knew that he would fail to do anything that he should have during the Janata Curfew and Lockdown? And was that the reason he added accessories so that he could hide his failure by keeping the people busy in celebrating the Event and having fun for some time.

What Modi Must Have Arranged For During The Janata Curfew

During the lockdown, Mr. Modi had to do 3 things which he didn’t do. They are as follows.

  1. A arrange PPE for doctors and health workers
  2. Provide test kits and ventilators for coronavirus infected people
  3. Arrange for food and house rent for the general public especially daily wage laborers and their families.

Prime Minister Narendra Modi knew that he would not be able to procure the above mentioned things. That was why he distracted the attention of the country and kept the people busy in clapping, banging plates and lighting lamps. In doing so he expected that the public would be lost in the memories of the those candle lighting and tali, thali events.

During the Janata curfew, the Prime Minister had asked the people to clap, bang thali or ring the bell to express gratitude to the people engaged in public service. Through this accessory, he tried to make Janata curfew an event and he was successful in it. Modi ji had said “a small token of appreciation to doctors, nurses, paramedical staff, government officials, members of the armed forces and police, disaster management officers and every kind of person who cares for others” would be to clap. , bang Plate and ring the bell.

The Purpose Behind Janta Curfew Was To Enforce Social Distancing

What was the purpose of Janata curfew? The purpose was to enforce social distancing which failed as people gathered as a crowd to clap, bang thali and ring the bells. People entertained themselves as if they were celebrating an event. People didn’t show any awareness of coronavirus pandemic at all. In fact, the crowd of ignorant people only enjoyed the tali thali. Celebration made people happy. This is probably what Modi wanted. But this completely destroyed the purpose of social distancing. Mr. Modi’s tali thali did not allow the purpose of Janata curfew to be fulfilled. If there had been a corona-infected person in the crowd of enthusiasts, wouldn’t he have spread the virus to the crowd?

Mr. Modi’s Intentions Behind Candle Lighting Defeated The Purpose Of Lockdown

After Janata curfew, the Prime Minister declared a lockdown. Again, Mr. Modi added an accessory. This accessory was an appeal to the countrymen to light candles on 5 April.

The blind supporters of Mr. Modi enjoyed his candle light call. Torch processions were held in various cities of the country and the musical instruments were played. People used Firecrackers to enthused themselves and danced on the streets and in neighborhoods. Modi’s followers were seen celebrating in such a way as if they were attending a wedding or some festival. Mr. Modi had called on the super power of 130 million people to their unity to fight against coronavirus epidemic. However, that turned into an entertainment tool for them. The lockdown became meaningless as people didn’t lock themselves inside their houses. Instead, they went out and celebrated and enjoyed the event. Is that what Mr. Modi wanted to achieve? Surely, he did not want to achieve this. That way, his candle lighting failed to show the superpower of people against Coronavirus pandemic.

How Did BJP Workers Respond To Mr. Modi’s Intentions Behind Candle Lighting

Manju Tiwari, president of Balrampur district BJP Mahila Morcha, was seen holding a pistol in her hand and firing in the air while people around her were heard laughing and clapping.

BJP’s Telangana MLAs took out a protest march against the corona virus and chanted a slogan “China Virus Go Back”. Did the Coronavirus go back from where it came?

Raja Singh, along with his supporters, lit the torches in response to Prime Minister Narendra Modi’s call for lighting a candle, lamp, Torch flashlight or mobile flashlight.

What Message The Public Gets Through Mr. Modi’s Intentions Behind Candle Lighting

What message has Mr. Modi been sending to the people through his working styles and eloquent behavior?

The more you succeed in fooling the people, the more you will enjoy the power over them.

For the last about 7 years, Mr. Modi has been delivering this message to the people of India.



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