Triple Talaq Bill या तीन तलाक़ बिल अब कानून बन चुका है. 25 जुलाई, 2019 को इस बिल पर लोक सभा में बहस चल रही थी. इस अपडेट में बहस के दौरान उत्पन्न हुए अशोभनीय दृश्य का मैंने वर्णन किया है.
इस अपडेट की वीडियो यूट्यूब पर उपलब्ध है.
भारत में ऊंचे पदों पर बैठे कुछ ऐसे लोग हैं जो तीन क्या एक बार भी तलाक़ नहीं बोले हैं और 10 साल, 20 साल, 30 साल या 40 साल से नहीं बल्कि 50 साल से भी ज्यादा समय से अपनी बीवी से अलग रहते हैं. क्या संसद कोई ऐसा कानून बनाएगी जो ऐसे लोगों को या तो दंड दे या उन्हें अपनी बीवी के साथ रहने के लिए मजबूर कर दे?
25 जुलाई, 2019 को लोक सभा में Triple Talaq बिल पर बहस चल रही थी. मैं बिल की प्रोविशंस पर बात नहीं करूँगा. न ही मैं बात करने जा रहा हूँ किस ने बिल के पक्ष में बोला और किस ने बिल के विरोध में बोला.
मैं बात करने जा रहा हूँ बहस के दौरान उत्पन्न हुए एक नज़ारे की.
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Triple Talaq Bill पर बहस के दौरान लोक सभा में हंगामा
सुनिए क्या हुआ लोक सभा में.
लोक सभा स्पीकर की चेयर पर बिहार से सांसद रमा देवी बैठी थीं. बी जे पी के मुख़्तार अब्बास नक़वी अपना भाषण देकर चले गए थे. नक़वी ने अपने भाषण में एक शेर पढ़ा था. जब समाजवादी पार्टी के आज़म खान के बोलने की बारी आयी, तो उन्होंने अपना भाषण मुख़्तार अब्बास नक़वी के शेर के जवाब से शुरू किया. शेर के नवाब में आज़म खान ने शेर पढ़ा.
इसके बाद जो हुआ सुनिए.
आज़म खान सदन में स्पीकर की ओर नहीं बल्कि माननीय सदस्यों की ओर देखकर शेर पढ़ रहे थे. इस पर ओफ्फिसिएटिंग स्पीकर रमा देवी ने आज़म खान से कहा, “आप भी इधर देखकर बात कीजिये, उधर मत देखिये, नहीं तो गड़बड़ हो जायेगा. आप इधर बात कीजिये.”
आज़म खान के शेर पर उत्पन्न हुयी अनियंत्रित क्रिया प्रतिक्रिया
माननीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद जी रमा देवी जी के उक्त कथन पर मुस्कुराये. जरा सोचिये वह क्यों मुस्कुराये? रवि शंकर जी हमेशा चेहरे पर गुस्से का भाव लिए रहते हैं. लगता नहीं है कि वह कभी मुस्कुराते होंगे. लेकिन वह रमा देवी जी की बात जिसमें वह आज़म खान से कह रही थीं “आप भी इधर देखकर बात कीजिये, उधर मत देखिये, नहीं तो गड़बड़ हो जायेगा. आप इधर बात कीजिये.” पर मुस्कुराये. उनकी इस मुस्कान में क्या अश्लीलता का भाव नहीं झलकता है. क्या इस से रमा देवी जी का अपमान नहीं हुआ?
आप को मैं बताने जा रहा हूँ कि बीजेपी के सदस्यों ने रमा देवी जी के साथ क्या वर्ताव किया.
थोड़ा ध्यान से सुनिये आज़म खान ने माननीया रमा देवी जी को कैसे जवाब दिया.
आज़म खान: मैं तो आप को इतना देखूँ कि आप मुझसे कहें की आप नज़र हटा लो
रमा देवी: नहीं नहीं ये नजर हटाना नहीं आप मेरे तरफ करके बात कीजिये
आज़म खान: आप तो मुझे इतनी अच्छी लगती हैं इतनी प्यारी लगती हैं कि मैं आप की आँखों में आँखें डाले रहूँ ये मेरा मन करता है
रमा देवी: मैं छोटी बहन हूँ इसीलिये
आज़म खान: मैं तो कभी नजर न हटाऊँ आप से आप इतनी अच्छी जगह बैठी हैं
आज़म खान को टारगेट करके रामदेवी का अपमान किया
बहुत ही सौहार्द्रपूर्ण वातावरण में सदन चल रहा था. लेकिन रवि शंकर प्रसाद और बी जे पी के सदस्यों को आज़म को टारगेट करके रमा देवी जी का अपमान करना था.
बीजेपी के सदस्यों ने कैसे रमा देवी का अपमान किया आगे देखिये.
बी जे पी के सदस्य सदन में शोर गुल करने लगे. आज़म खान से शब्द वापस लेने और माफ़ी मांगने की मांग करने लगे .
रमा देवी जी आज़म खान की बातों से बिलकुल आहत नहीं हुयी थीं. उनके चेहरे का भाव यह बता रहा था. वह शोर मचाने वाले सांसदों से शांत रहने का आग्रह करते हुए बोलीं, “ये रिकॉर्ड से निकलवा दिए, चुप हो जाइए, बैठ जाइये. मंत्री जी को बोलने दीजिए. मंत्री जी को सुनिये.”
रवि शंकर प्रसाद ने रमा देवी को समझाया कि उनका अपमान हुआ
रमा देवी जी जो सदन की कार्यवाही का संचालन कर रही थीं. सदन में व्यवस्था बनाए रखने के लिए किसी भी सदस्य को आदेश देने का उनके पास अधिकार था. सदन में अनुशासन बनाये रखने के लिए उनका विचार अंतिम था और सदस्यों पर बाध्यकारी था. फिर ऐसी क्या बात हो गयी कि रवि शंकर प्रसाद एवं कुछ अन्य सदस्य रमा देवी जी को समझाने लगे कि आज़म खान ने उनका अपमान किया था.
मैं तो यह कहूँगा कि माननीय अध्यक्ष महोदया आज़म खान की बात से बिलकुल आहत नहीं थीं. वह तो अपने को आज़म खान की छोटी बहन कह रही थीं. वह मुस्कुराते हुए सामान्य तरीके से हाउस का संचालन कर रही थीं. यहाँ तक कि जब उन्हें उनके अपमान की याद दिलाया गया, तब भी वह आहत नहीं थीं. रवि शंकर प्रसाद एवं अन्य माननीय सदस्यों के द्वारा बार बार यह कहने पर कि आज़म खान ने उनका अपमान किया है और उन्हें माफी मांगनी चाहिए, रमा देवी को याद आया अपना और महिलाओं का सम्मान और उन्होंने आज़म खान से कहा, “माफ़ी मांगिए.
Triple Talaq Bill महिलाओं की सुरक्षा के लिए परन्तु बहस के दौरान अपमानित हुयी एक महिला
जब माफ़ी मांगने की बात वह कह रही थीं, तब भी वह आहत नहीं थीं. उनके चेहरे का भाव यह बता रहा था कि वह बिलकुल ही अपमानित नहीं महसूस कर रही थीं. वह आहत तब हो गयीं, जब रवि शंकर प्रसाद और भारतीय जनता पार्टी के सांसदों ने उनपर जोर डालकर अपमानित होने का अहसास कराया. इस तरह सदन में जो अव्यवस्था उत्पन्न हुई थी वह एक राजनीतिक पार्टी द्वारा दूसरी राजनीतिक पार्टी को नीचा दिखाने की मंशा के कारण हुई थी. या यों कहें कि भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों द्वारा आज़म खान को टारगेट किया गया था.
“अब माफ़ी मांग लो भाई” ऐसे बोलीं जैसे रमा देवी जी खुद माफी मंगवाना नहीं चाह रही थीं बल्कि वह इसलिए माफ़ी मांगने के लिए कह रही थीं क्योंकि उनपर बी जे पी के सदस्यों द्वारा दबाव डाला जा रहा था.
जनता पूछती है सांसदों से
माननीय सांसदों! अगर आज़म खान के शब्दों से रमा देवी जी का अपमान हुआ है, तो कुलदीप सिंह सेंगर के कुकृत्यों से क्या महिलाओं का सम्मान बढ़ा है? आप लोगों ने सेंगर को सजा दिलवाने के लिए क्या संसद में या उत्तर प्रदेश सरकार या भारत सरकार या न्यायालय से कोई मांग कभी किया?
Triple Talaq Bill से सम्बंधित लोक सभा में घटित घटना पर यह अपडेट मैंने मूल रूप से अगस्त्म 2019 में लिखा था. आज 28 नवंबर, 2021 को इसे Edit करके पब्लिश किया.
सांसद महोदय लोकसभा की कार्रवाई का सञ्चालन कर रही महिला स्पीकर के सम्मान को मुद्दा बनाकर संसद में हंगामा करते हैं लेकिन देश में आम महिलाओं एवं लड़कियों पर हो रहे अत्याचार से बिलकुल दुखी नहीं होते हैं.
हाल के वर्षों में महिलाओं पर अत्याचार से सम्बंधित निम्न लेख को जरूर पढ़ें.
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- राम राज्य में हाथरस गैंगरेप और अन्य अपराध | Ram Rajya Witnesses Hathras Gangrape And Other Crimes
भारत में संसदीय बहस का स्तर निरंतर नीचे गिरता जा रहा है. वास्तव में, भारत के लोकतंत्र में ही विरूपण आता जा रहा है. कमजोर होते लोकतंत्र पर निम्न शीर्षक के अंतर्गत मैंने लेख प्रकाशित किया है.
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